कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन

कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन (अमृत) का उद्देश्य है (i) यह सुनिश्चित करना कि हर घर में पानी की सुनिश्चित आपूर्ति और सीवरेज कनेक्शन के साथ नल तक पहुंच हो; (ii) हरियाली और अच्छी तरह से बनाए हुए खुले स्थानों (जैसे पार्क) का विकास करके शहरों की सुविधा का मूल्य बढ़ाना; और (iii) सार्वजनिक परिवहन पर स्विच करके या गैर-मोटर चालित परिवहन (जैसे पैदल चलना और साइकिल चलाना) के लिए सुविधाओं का निर्माण करके प्रदूषण को कम करना।

  • हाल ही में, केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा वर्ष 2025-26 तक ‘नवीकरण और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन’ (अमृत 2.0) को जारी रखने की मंजूरी दे दी गयी है।
  • यह निर्णय ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक कदम है, और इसका उद्देश्य ‘पानी की सर्कुलर इकोनॉमी’ के जरिए शहरों को ‘जल सुरक्षित’ एवं ‘आत्मनिर्भर’ बनाना है।

पृष्ठभूमि:

  • नवीकरण और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन (Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transformation – AMRUT), देश का पहला केंद्रित राष्ट्रीय जल मिशन है जिसे जून 2015 में 500 शहरों में नागरिकों को ‘नल कनेक्शन’ और ‘सीवर कनेक्शन ‘प्रदान करके जीवन में सुगमता लाने के लिए शुरू किया गया था।
  • इस मिशन के तहत, अब तक 1 करोड़ घरेलू नल कनेक्शन और 85 लाख सीवर/सेप्टेज कनेक्शन दिए जा चुके हैं।

अमृत 2.0’ के बारे में:

  • अमृत 2.0 (AMRUT 2.0), के अंतर्गत, सभी 4,378 वैधानिक शहरों में घरेलू नल कनेक्शन प्रदान करके पानी की आपूर्ति के सार्वभौमिक कवरेज का लक्ष्य रखा गया है।
  • इसका एक अन्य उद्देश्य, 500 अमृत शहरों में घरेलू सीवरेज/सेप्टेज प्रबंधन की 100 प्रतिशत कवरेज प्रदान करना है।
  • मिशन का लक्ष्य 68 करोड़ नल कनेक्शन और 2.64 करोड़ सीवर/सेप्टेज कनेक्शन प्रदान करना है।
  • सर्कुलर इकोनॉमी के सिद्धांतों को अपनाएं (3R का उपयोग करके अपशिष्ट से संपदा तैयार करना)
  • सतही और भूजल निकायों के संरक्षण और नवीकरण को बढ़ावा देना।
  • आंकड़ों पर आधारित ‘जल प्रबंधन’ प्रशासन
  • नवीनतम वैश्विक प्रौद्योगिकियों और कौशल का लाभ उठाने हेतु प्रौद्योगिकी उप-मिशन।
  • शहरों के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने हेतु ‘पेय जल सर्वेक्षण’ का आयोजन।